किसने वादा किया है आने का
हुस्न देखो ग़रीबख़ाने का
रूह को आईना दिखाते हैं
दर-ओ-दीवार मुस्कुराते हैं
आज घर, घर बना है पहली बार
दिल में है ख़ुश सलीक़गी बेदार
जमा समाँ है ऐश-ओ-इश्रत का
ख़ौफ़ दिल में फ़रेब-ए-क़िस्मत का
सोज़-ए-क़ल्ब-ए-कलीम आँखों में
अश्क-ए-उम्मीद-ओ-बीम आँखों में
चश्म-बर-राह-ए-शौक़ के मारे
चाँद के इंतज़ार में तारे
जोश मलीहाबादी
2 comments:
Hi Kailash, i just came to your blog, but sorry my cell doesnt support unicode... Oh, wish i cud read it...
Anyways, keep it up, i wud be checkin it from d pc...
Cya :) ~Ganesh
hi dear
it nice to see u on this blog
it really fell great when read such nice collection
hope u continue the thing u start for us
all the best
.... missing the old memories...
......................atul
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